प्रार्थना
प्रार्थना
हे ईश्वर ये प्रार्थना है मेरी कि जो सीख मिली है पिछले साल,
जब तक लूं सांस तब तक याद रहे मन और दिमाग में !
अनचाही अलविदा के बावजूद ज़िन्दगी नहीं थमी
मुझे भी समय के साथ ताल मिलाना है,
शक्ति दो प्रभु, न मैं फिसल जाऊँ, न ही रुक जाऊँ !
नज़रिया जो बदल कर दिए हो तुम,
अब बारी है दुनिया को प्यार से देखने की,
खुशियां हो या गम, मिल बाँट के रहना है,
छोटे से जीवन में गिला-शिकवे का पहाड़ तोड़ डालूं,
बहने दू प्रेम का दरिया सब के लिए !
ज़ाहिर है ये साल ज़िम्मेदार बना गया है मुझे,
उम्मीद है कि मैं ईमानदारी से निभा सकूं,
मेरा एक धोखा स्वागत करेगा मुश्किलों की बाड़ का,
इतना तो समझ में आ गया है मेरी,
हाथ की पांचो उंगलिओ जैसे मानव जीवन है !
बीते हो या नए, पल हो या साल, गम हो या खुशियाँ,
कोई न रहेगा हमेशा के लिए, न भूल जाऊ मैं कभी,
इसलिए जीने की उमंग में रहूं मैं मौजूद हमेशा,
सच्चे दोस्तों और अपने परिवार के साथ,
हे ईश्वर प्रार्थना है ये मेरी, स्वीकार करना !