"दुनिया"
"दुनिया"
देखो भाई, दुनिया बेंढ़गी,
अंत समय कोई साथ न जावे,
सब झई के संगी।
बालापन हंस खेल गंवाओं,
जवानी इतराओं।
आओ बुढ़ापो कमर भई टेढ़ी,
मूरख, खूब पछताओं।
देखो कैसी व्यापी माया,
चाल चले बेंढ़गी।
अंत समय कोई साथ न आवे,
सब झई के संगी।
राम नाम से नाता जोड़ो,
भैया दुनियादारी छोड़ो।
जिनसे तूने प्रीति लगाई,
बात करें दो रंगी।
अंत समय कोई साथ न आवे,
सब झई के संगी।
