यही है आजकल की कहानी, बदलेगा सबका यूं ही ठौर। यही है आजकल की कहानी, बदलेगा सबका यूं ही ठौर।
उम्र ढल गई तो क्या हुआ अभी भी साँसें बाकी हैं, जीवन पथ पर चल रहे हैं मौत से बाजी नही उम्र ढल गई तो क्या हुआ अभी भी साँसें बाकी हैं, जीवन पथ पर चल रहे हैं मौ...
फिर मिलूँ तो पहचान भी लेना मुझको ऐ दोस्त, मैं तुम्हारा बचपन हूँ, जवानी हूँ बस बुढ़ापे में ढल गय... फिर मिलूँ तो पहचान भी लेना मुझको ऐ दोस्त, मैं तुम्हारा बचपन हूँ, जवानी हूँ ...
देख के मेरा यूँ झुकना औरों के सामने, पूछती बेटी मेरी क्या जुर्म की थी बाप ने ? देख के मेरा यूँ झुकना औरों के सामने, पूछती बेटी मेरी क्या जुर्म की थी बाप ने ?
कोशिशें सारी हारने लगी हैं। कोशिशें सारी हारने लगी हैं।
क्या गुजरती होगी भूख पर भी जब वो कई दिनों से भूखी हड्डियों को खाती होगी ? क्या गुजरती होगी भूख पर भी जब वो कई दिनों से भूखी हड्डियों को खाती होगी ?