बालापन हंस खेल गंवाओं, जवानी इतराओं। आओ बुढ़ापो कमर भई टेढ़ी, मूरख, खूब पछताओं। बालापन हंस खेल गंवाओं, जवानी इतराओं। आओ बुढ़ापो कमर भई टेढ़ी, मूरख, खूब...