दोस्ती
दोस्ती
क्या खबर तुमको दोस्ती क्या है,
ये रोशनी भी हैं और अँधेरा भी है,
दोस्ती एक हसीन ख़्वाब भी है,
पास से देखो तो शराब भी है।
दुःख मिलने पर ये अजब भी है,
और यह प्यार का जवाब भी है,
दोस्ती यूँ तो माया जाल हैं,
इक हकीकत भी है, ख़याल भी है।
कभी जमीं कभी फ़लक भी है,
दोस्ती झूठ भी हैं सच भी है,
दिल में रह जाए तो कसक भी है,
कभी ये हार भी है जीत भी है,
दोस्ती साज भी है संगीत भी है,
शेर भी नमाज़ भी गीत भी है,
वफ़ा क्या हैं वफ़ा भी दोस्ती है,
दिल से निकली दुआ भी दोस्ती है,
बस इतना समझ ले तू
एक अनमोल हीरा है दोस्ती।
