दिल की बेचैनी
दिल की बेचैनी
तुम्हारे दिल की बेचैनी को, अपने नाम करती हूँ!
सही सुना है तुमने हाँ, मैं तुमसे प्यार करती हूँ...!!
बसा रखी थी मैने भी, तेरी तस्वीर इस दिल मे!
लो ये एलान इस जग मे, मैं खुलेआम करती हूँ!!
तुम्हारे दिल की बेचैनी को, अपने नाम करती हूँ!
सही सुना है तुमने हाँ, मैं तुमसे प्यार करती हूँ....!!
ख्यालों मे हाँ ख्वाबों मे, तू जब चाहे चले आना!
पिघलती हर शमां के साथ, तेरा दीदार मैं करती हूँ!!
तुम्हारे दिल की बेचैनी को , अपने नाम करती हूँ!
सही सुना है तुमने हाँ, मैं तुमसे प्यार करती हूँ....!!
तुम्हारे दिल की बेचैनी को, अपने नाम करती हूँ!
सही सुना है तुमने हाँ, मैं तुमसे प्यार करती हूँ.....!!