दिल कहाँ लगाऊँ
दिल कहाँ लगाऊँ
कहाँ दिल बहलाऊँ,
बहलता नहीं है !
दिल कहाँ लगाऊँ,
लगता नहीं है !
कहाँ दिल बहलाऊँ,
बहलता नहीं है !
दिल कहाँ लगाऊँ,
लगता नहीं है !
उसके पास जाने का बहाना हम ढूंढते हैं,
वे दूर- दूर रहके ही दीदार मेरा करते हैं !
उसके पास जाने का बहाना हम ढूंढते हैं,
वे दूर- दूर रहके ही दीदार मेरा करते हैं !
कैसे उसको रिझाऊँ,
रिझता नहीं है !
दिल कहाँ लगाऊँ,
लगता नहीं हैं !
थक गया हार के इजहार करते रह गया,
आप अनसुनी कर के पास से गुजर गए !
थक गया हार के इजहार करते रह गया,
आप अनसुनी कर के पास से गुजर गए !
कैसे उसको मनाऊँ,
मानता नहीं है !
दिल कहाँ लगाऊँ,
लगता नहीं है !
बातें तो करो शिकबा शिकायत छोड़ दो,
खता मेरी माफ कर रंजिशें सब तोड़ दो !
बातें तो करो शिकबा शिकायत छोड़ दो,
खता मेरी माफ कर रंजिशें सब तोड़ दो !
कैसे उनको बताऊँ,
मानता नहीं है !
दिल कहाँ लगाऊँ,
लगता नहीं है !
कहाँ दिल बहलाऊँ,
बहलता नहीं है !
दिल कहाँ लगाऊँ,
लगता नहीं है !