दिल के तराने
दिल के तराने
मैं अपने राग अल्फाजों में, तुझको गुनगुनाता हूँ।
मेरे अधरों पे तेरा नाम, मैं सौ बार लेता हूं।
तेरी हर बात मेरी, एक नयी कहानी है।
मैं घनश्याम तेरा हूं, तू मेरी राधारानी है।
तेरी हर एक अदा मुझको, ना जाने क्यों रिझाती है।
तेरी यादें मुझे पल-पल, ना जाने क्यों सताती है।
मैं रहता हूं अकेला तो, तू मेरे पास होती है।