अपना लिया है जिसको हरि ने उसकी गति भी सुधरी हुई है। अपना लिया है जिसको हरि ने उसकी गति भी सुधरी हुई है।
व्यर्थ चिंतित होकर सारा दिन खोजता रहता हूँ हल व्यर्थ चिंतित होकर सारा दिन खोजता रहता हूँ हल
हृदय की हर धड़कन का साज, प्रिये बस एक तुम्हारा प्यार हृदय की हर धड़कन का साज, प्रिये बस एक तुम्हारा प्यार
तेरी हर बात मेरी, एक नयी कहानी है। मैं घनश्याम तेरा हूं, तू मेरी रानी है तेरी हर बात मेरी, एक नयी कहानी है। मैं घनश्याम तेरा हूं, तू मेरी रानी है
ओ !मेरे चिराग़ की बाती, आओ नदिया पार। मिलते हों जहाँ हम और तुम, गले में डाल हार। ओ !मेरे चिराग़ की बाती, आओ नदिया पार। मिलते हों जहाँ हम और तुम, गले में डाल ह...
अपनी बाहों में मुझे ले लिया, फिर तो क्या?, अपनी बाहों में मुझे ले लिया, फिर तो क्या?,