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VIVEK ROUSHAN

Abstract

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VIVEK ROUSHAN

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दिल दुखाना नहीं आता

दिल दुखाना नहीं आता

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हमें  कीसी का दिल दुखाना नहीं आता

जैसे सताते हो तुम वैसे सताना नहीं आता


तुम तो हमें अपना नफरत भी जता जाते हो

हमें तो अपना प्यार भी जताना नहीं आता


हम झूठ बोलते हैं सबसे की कोई तमाशा न बने 

वरना क्या लगता है हमें सच बताना नहीं आता 


आँसू बहाकर खुद को बेक़सूर बताते फिरते हो

रोते हम भी हैं पर हमें आँसू बहाना नहीं आता।


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