दिखता नहीं सहारा
दिखता नहीं सहारा
जिन्हें न तो राह दिखाई देती है
नहीं कोई दिखता हैं सहारा।
ऐसे लोगों का नाम तो
होता है वक्त का मारा।
न ही तैरती जिनकी नैया सागर में
नहीं मिलता जिन्हें कोई किनारा।
आंखों में होती न कोई चमक
जिनके लिए टूटता नहीं सितारा।
भटकती हुई राहों में इनको
तकलीफों ने उनको संवारा।
मिल जाता दुरस्त करने का मौका
हो जाती उनकी पौ बारह।