दीपावली
दीपावली
खुशियों के साथ मैं झूम रहा हूँ ,
धर के आंगन को मैं सजा रहा हूँ ,
रंग बिरंगी दीपक को प्रगटाकर ,
दीपावली को आज मना रहा हूँ ।
मधुर संगीत मैं सुन रहा हूँ ,
मंगल अनुभूति मैं कर रहा हूँ ,
आसमान में रंगीन नजारा देखकर,
दीपावली को आज मना रहा हूँ ।
नवरंग सजावट मैं कर रहा हूँ ,
दिल की तनहाइयाँ दूर कर रहा हूं,
मानवता की ज्योत दिल में जलाकर,
दीपावली को आज मना रहा हूं।
नफ़रत को दिल से निकाल रहा हूं,
जिंदगी का अंधेरा दूर कर रहा हूँ ।
पुराने जख्मों को भूलकर, "मुरली"
दीपावली को आज मना रहा हूं।