धुंआ हो जाओगे
धुंआ हो जाओगे
तम्बाकू है घातक इसमें मीठा ज़हर बसा,
जो धीरे -धीरे जिंदगी की कर देता दुर्दशा,
क्यों अपनी जिंदगी को यूं धुएं में उड़ा रहे हो,
स्वयं ही अपने पांवों पर कुल्हाड़ी मार रहे हो,
जो नशे को अपने जीवन में देता है निमंत्रण,
वो खुद ही अपनी मौत का करता है आमंत्रण,
नशा छीन लेता मन की शांति, जीवन का सुख,
कुछ पल का मजा बन जाता जीवनभर का दुख,
जीवन बड़ा अनमोल क्यों मोल नहीं समझते हो,
कश पर कश लगाकर जिंदगी धुएं में उड़ा देते हो,
तम्बाकू बुलावा कैंसर का,जीवन की कश्ती डुबाए,
जो इसकी चपेट में आ जाए जीवनभर वो पछताए,
टूट जाते हैं सपने सारे, बिखर जाते हैं कितने परिवार,
नशे में खो जाता जब इंसान खुशियां हो जाती बीमार,
सिगरेट,हुक्का,बीड़ी,तम्बाकू है आत्महत्या का सामान,
सड़ा देता फेफड़ों को जानकर भी बनता क्यों अनजान,
नशे में धुत इंसान की बेस्वाद, बेरंग हो जाती है जिंदगी,
ना जाने कितने घर बर्बाद कर देती है नशे की ये गन्दगी,
क्यों खुद के स्वास्थ्य के साथ तुम कर रहे हो खिलवाड़,
यूं धुएं में ना उड़ाओ जिंदगी, इस नशे का कर दो त्याग,
धुए में उड़ती ये जिंदगी एक दिन खुद धुआं हो जाएगी,
समय पर संभल जाओ वरना नशा तुम्हें निगल जाएगी।