अब इस कैंसर का इलाज का जुगाड़ हो नहीं रहा है अब इस कैंसर का इलाज का जुगाड़ हो नहीं रहा है
उन पलों से जब जीवित होते हुए भी मेरे भीतर कहीं कुछ मर जाता है। उन पलों से जब जीवित होते हुए भी मेरे भीतर कहीं कुछ मर जाता है।
धुंआ-धुंआ भर पी लेने से क्या पाते हो मजा, जिंदगी है बहुत अनमोल, ना खुद को दो सजा। धुंआ-धुंआ भर पी लेने से क्या पाते हो मजा, जिंदगी है बहुत अनमोल, ना खुद को दो ...
नशा छीन लेता मन की शांति, जीवन का सुख, कुछ पल का मजा बन जाता जीवनभर का दुख। नशा छीन लेता मन की शांति, जीवन का सुख, कुछ पल का मजा बन जाता जीवनभर का दुख।
दाने दाने को मर रहा आपका परिवार है। ये कैसे कश लगाते हो? दाने दाने को मर रहा आपका परिवार है। ये कैसे कश लगाते हो?