तू सुलग रही , जल चुका हूं मैं। तू सुलग रही , जल चुका हूं मैं।
बीड़ी- सिगरेट का धुआँ तो वो मेरी भी सांसों में भरता है। बीड़ी- सिगरेट का धुआँ तो वो मेरी भी सांसों में भरता है।
महीने दिन बाद लोग सोते होंगे आराम से बस कुछ घरों का दिया धुआं देता होगा। महीने दिन बाद लोग सोते होंगे आराम से बस कुछ घरों का दिया धुआं देता होगा।
हजारों ख़्वाब है इन आँखों में मेरे फिर उनको इसमें ढूंढता क्यूँ है हजारों ख़्वाब है इन आँखों में मेरे फिर उनको इसमें ढूंढता क्यूँ है
मृत्यु और जीवन के मध्य करना होगा त्याग इसी समय इस व्यसन का पूर्ण त्याग मृत्यु और जीवन के मध्य करना होगा त्याग इसी समय इस व्यसन का पूर्ण त्याग
सिगरेट के धुंए की तरह इक दिन तुम भी धुंआ बन उड़ जाओगे। सिगरेट के धुंए की तरह इक दिन तुम भी धुंआ बन उड़ जाओगे।