धरती कितना देती है
धरती कितना देती है
ये धरती कितना देती है
बदले में कुछ न लेती है।
अन्न-जल देती ये हमको
मां सम पोषण करती है
ये धरती कितना देती है।
दुनिया कहती रत्नगर्भा
हर संसाधन अर्पण करती है
ये धरती कितना देती है।
शीतल जल- मंद पवन
फल फूल औषधि देती है
बदले में कुछ न लेती है
ये धरती कितना देती है।
सुख देती दुःख हर लेती है
ये तो बिल्कुल मां जैसी है
ये धरती कितना देती है।
निस दिन सहती दुःख पीड़ा
पर कभी कुछ न कहती है
ये धरती कितना देती है।
