धरणी-प्रसूता
धरणी-प्रसूता
हे ! जननी,
हे ! धरणी-प्रसूता,
व्याधि अभ्युदय,
वृथा मनु ईहा।
साध्वस हृदय से,
यह पथिक पुकारे,
क्षमा करो माँ,
परम-पुनीता।
हे ! जननी,
हे ! धरणी-प्रसूता,
व्याधि अभ्युदय,
वृथा मनु ईहा।
साध्वस हृदय से,
यह पथिक पुकारे,
क्षमा करो माँ,
परम-पुनीता।