धरा और वराह
धरा और वराह
हृरण्याक्ष ने तप कर
पा लिया ब्रह्मा जी से वरदान
कर लिया निर्णय फिर
होकर अहंकारमय
पृथ्वी का करेगा क्षय
मानवों की हो भारी क्षति
यही था उसका ध्येय
जब गर्त में गिरा दी
इस राक्षस ने धरा
पृथ्वी को उबारने
मानवों के रक्षण हेतु
अवतार लिए प्रभु वराह |