दगा कर गए
दगा कर गए
हाय, तुम तो मुस्कुरा कर,
दगा कर गए ,
हमने निभाई वफ़ा तो,
तुम पे कितने बेवफा मर गए।
हाय, तुम तो मुस्कुरा कर,
दगा कर गए ,
तीर का निशाना था दिल
तुम निशा कर गए,
हमने दिल जो तुम को दिया
कितने तीर घर कर गए।
हाय, तुम तो मुस्कुरा कर,
दगा कर गए ,
कभी यादों में तुमने सराहा
सपने हज़ारों भर गए ,
हम भी नहीं जानते थे
अपना दीवानापन
तेरी ख़ातिर ज़ुल्म कर गए।
हाय, तुम तो मुस्कुरा कर,
दगा कर गए।

