STORYMIRROR

अमित प्रेमशंकर

Action Inspirational Others

4  

अमित प्रेमशंकर

Action Inspirational Others

देश मेरा पहले पहला बाद में तू मेरी जां

देश मेरा पहले पहला बाद में तू मेरी जां

1 min
10


[देश मेरा पहले पहला बाद में तू मेरी जां]


देश मेरा पहले पहला बाद में तू मेरी जां 

लौट पाऊँ गर ना मैं तो ना तू रोना मेरी जां 


गर मिले ख़बर तुम्हें कि मैं वतन का हो गया 

चिर निद्रा में तिरंगे में लिपटकर कर सो गया 

कर तू लेना हाथ पीले आस रखना मेरी ना 

लौट पाऊँ गर ना मैं तो ना तू रोना मेरी जां 


भूल जाना कि कोई तेरा सनम या यार था 

बेवफा मैं हो गया मेरा यही तक प्यार था 

एक मेरी ये क़सम तू याद रखना जाने जां

लौट पाऊँ गर ना मैं तो ना तू रोना मेरी जां 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action