देश है वीर जवानों का
देश है वीर जवानों का
देश के अमिट अभिमान पे,
इस अहले तिरंगे की शान पे,
वीरों की ये टोली है
खेलेंगे ये अपने जी जान पे
हौसलों के सारथी है ये
बिन चाबुक का सिख सिखा देंगे
जो इनसे टकराएगा
उनकी औकात दिखा देंगे।
चाहे लाख गर्दिश हो जाए
कोई आँख उठा न पाएगा
नामो निशां मिटेगा जग से
जो इनसे टकराएगा
राष्ट्रसेवी के वीरों के आगे
सागर, पर्वत भी झुकेंगे
दुश्मनों की औकात ही क्या?
वो ना टिके है,ना टिकेंगे।
काया पलट कर देंगे उनका
जो भी आँख दिखाएगा
सरहद की तरफ बढ़ा कदम
वापस लौट कर ना जाएगा
बाज़ी ज़िन्दगी का लगा के बैठे
वतन पे इनको नाज़ है
देश के ख़ातिर मर मिटने की
तैयार खड़े ये आज है।
