डर की परछाई
डर की परछाई
अब तो कोरोना से डरो ना
अपनों के लिए मुश्किलों के
वक़्त खड़े रहो ना
अपनों से दूरी अपनो को बचाएगी
देश के लिए कुछ करने की
तुम्हारी बारी आएगी
मौत सामने खड़ी है
यही वक्त है
अब तो कोरोना से डरोना
अपने परिवार को उस से सुरक्षित रखो ना
राह चलते इंसानों से थोड़ा दूर चलो ना
दिल में अपने इंसानियत जगाओ ना
मरीजों को नहीं उनके
बीमारियों को दूर हटाओ ना
आसान नहीं है इस दर्द को सहना
अपनों का त्याग देना है
अपनो की भलाई के लिए
अगर बचाना है अपने देश
और परिवार को तो
यही वक्त है
अब तो कोरोना से डरो ना
