वक़्त की नादानियां
वक़्त की नादानियां
समय समय की बात है
आज दूर तो कल साथ है
ज़िंदगी की राह पर तुम चलना सिखो
गुज़रा वक़्त पलट कर नहीं आएगा ध्यान रखो
अपने सपने समय से पूरे करो
सफलता की राह पर तुम सही से चलो
ज़िंदगी की राह पर तुम चलना सिखो
गुज़रा वक़्त पलट कर नहीं आएगा ध्यान रखो
सच के पथ पर अपने कदम बढ़ाओ
चलो बस आगे चलते जाओ
ज़िंदगी की राह पर तुम चलना सिखों
गुज़रा वक़्त पलट कर नहीं आएगा ध्यान रखो
दिन ढले और शाम आ जाए
फिर वो दिन वापस कभी ना छाए
ज़िंदगी की राह पर तुम चलना सिखों
गुज़रा वक़्त पलट कर नहीं आएगा ध्यान रखो
मोहताज ना बनो वक़्त के तो अच्छा है
वरना तो हर कदम पर बस खतरा ही खतरा है
ज़िंदगी की राह पर तुम चलना सिखों
गुज़रा वक़्त पलट कर नहीं आएगा ध्यान रखो
