STORYMIRROR

Dr.Rashmi Khare"neer"

Drama

3  

Dr.Rashmi Khare"neer"

Drama

दादी की पोटली

दादी की पोटली

1 min
313

पोटली में होती थी कई कहानियां

कई बार मुझे सुधारने के लिए भी

दादी मनगढ़ंत कहानियां बुनती थी

होती थी कई सीख की कहानियां।


मैंने सुना था उनसे हरदम

पुराने उनकी ही जीवन की कहानियां

बुंदेलखंड लहजे में बोलती थी

जीवन के हर पहलू को

सुना डालती थी बना कर कहानियां।


हर कहानियों में होता था दादाजी का जिक्र

उनके हीरो दादाजी हुआ करते थे

कहते कहते उनका शर्माना भी

उनके बिना अधूरी सी थी दादी कि दुनिया।


यही सीख थी हमारे लिए

परिवार के बिना अधूरा है

किसी का भी जीवन

मैंने भी सीखा उनसे कैसे

रहा जाता है परिवार के साथ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama