अरे, उन्हें तो ये भी नहीं आता है
अरे, उन्हें तो ये भी नहीं आता है
ये सच है, उनको झूठ बोलना नहीं आता है।
उन्हें किसीका दिल चुराना नहीं आता है।
उनको तो मीठी बातें बनाना नहीं आता है।
सच कहूँ तो उसे धन कमाना नही आता है।
अरे....और क्या कहें हम उनके बारे में यारा।
उन्हें तो ये भी नहीं आता, वो भी नहीं आता है
वह अब दूसरी भैंस कैसे कहाँ से खरीदेगा।
उसे तो दूध में पानी भी मिलाना नही आता है।
भला वो क्या बड़े नेता बन सकेंगे किसी दिन।
जिनको झूठे मुठे वादे तक करना नहीं आता है।
अब बताओ भीड़ उनकी सभा में जुटेगी कैसे।
जिन्हें व्यर्थ धन जिसे लुटाना भी नहीं आता है।
कैसे नाम आएगा उन अख़बार की सुर्खियों में।
उन्हें वैभव क दिखावा करना जो नहीं आता है।
है उनकी सियासत में बड़ी अच्छी जानपहचान।
उन्हें त इसका फायदा उठाना भी नहीं आता है।
ज़ख्म पे जख्म दिए जाते हैं अक्सर वही लोग।
जिनको तो मरहम तक लगाना नही आता है।
तंगी ए दौर में एक भी चीज़ घर में बचेगी नही,
उन्हें तो खुद कर्ज़ा उगाहना भी नहीं आता है।
राम के संग रावण को भी महान कह सके।
ऐसा प्रपंची रामायण रचना उन्हें नहीं आता है।
उनकी दी हुई सीख की भली कही आपने।
कट जाए गर्दन पर सर झुकाना नहीं आता है।