" चलें धम्म की ओर "
" चलें धम्म की ओर "


करूणा प्रज्ञा शील से ,खूब किया उद्धार
ऐसे ज्योति पूंज को ,नमन करें शत बार
नमन करें शत बार,पूर्णिमा को जन्म लिया
बोध गया में ज्ञान,इसी दिन निर्वाण किया
चलें धम्म की ओर,त्याग कर सारी तृष्णा
खूब करें हम ध्यान,प्रज्ञा शील अरु करूणा।