चिड़िया सी बेटियां
चिड़िया सी बेटियां


चहकती रहती है, खिलखिलाती है!!!
घर में खुशियां बिखेरती है!!!
नन्ही चिड़िया सी, ना जाने कब उड़ जाती है!!!
ये बेटियां ही तो है, चिड़िया सी उड़ जाती है!!!
पिता की डाँट, माँ के प्यार में....
दादी का दुलार, दादा जी का लाड़,
सब घर में हल्ला मचाती है!!!
ये बेटियां तो होती है, जो..
चिड़िया सी उड़ जाती है!!!
नादानियां करती है, ना जाने कितना
तंग करती है....
पापा की जेब से पैसे भी चुराती है!!!
माँ के हाथों से बनी चीजें, झट में चट कर जाती है!!!
ये बेटियां तो होतीं है, जो
चिड़िया सी उड़ जाती हैं!!!!
याद बहुत आती है, जब
ब्याह रचा के जाती है!!!
ना माँ रोके ना पिता रोके
जाते -जाते रुला जाती है!!!
ये बेटियां तो होती है!!!
जो चिड़िया बन उड़ जाती है!!!