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Vishal Jain Pawa

Romance

3  

Vishal Jain Pawa

Romance

:- चाहत

:- चाहत

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हमारी चाहत ने तुझको अपना बना लिया धीरे-धीरे,

तुमको जाना न समझा बस अपना लिया धीरे-धीरे,

तेरी हर अदा को अपनी पसंद बना लिया धीरे-धीरे,

तेरे हर अंदाज़ को अब मन में बसा लिया धीरे-धीरे,

तेरी जुल्फों की घटा को परछाई बना लिया धीरे-धीरे,

तेरे दिल में बस जाने को ख्वाईश बना लिया धीरे-धीरे,

तेरी झुकी सी आँखों को अपनी नजर बना लिया धीरे-धीरे,

तेरे खुले हुए होंठों को अपनी आवाज बना लिया धीरे-धीरे,

अब और क्या इत्तेफाक रक्खूँ अपनी हसीं जिंदगी से ऐ विशाल,

अपनी हर सांस पर तेरा नाम लिखने को आदत बना लिया धीरे-धीरे।



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