बुढ़ापा
बुढ़ापा
बचपन बीत गया आई जवानी
जवानी बीत गयी आया बुढ़ापा
बुढ़ापा आया है ऐसा
की लोग होने लगे दुर
शरीर बंद हो गया देना साथ
ऐसा क्यु होता है की बुढ़ापे मे
शरीर कमज़ोर हो जाता है
क्यु हम बेबस हो जाते है
क्यु हमे किसी के सहारे की ज़रूरत पड़ती है
क्यु हमे लोग ठुकराते है
क्यु हमे लोग बोझ समझते है
क्यु हमारी बाते लोगो को पसन्द नही आती
क्यु हमे वृद्धाश्रम मे छोड़ दिया जाता है
हम भी जीना चाहते है
हमे भी प्यार चाहिए
हमे भी परिवार चाहिए
हमसे मत रुठो
हमे भी अपने आखरी वक़्त मे प्यार चाहिए
हम भी जीना चाहते है
किसी के सहारे से नही
बल्की अपने दम पर
हम भी गिरेगे नही लड़ेंगे
दिखाएगे की बुढ़ापा हुआ तो क्या
हम भी सर उठा के जी सकते है
अपने दम पर