STORYMIRROR

Satyam Tripathi

Inspirational

4  

Satyam Tripathi

Inspirational

बस तुम्हारे लिए

बस तुम्हारे लिए

1 min
12

बात सिर्फ तुम्हारी नही है,

तुम्हारा जीवन बस तुम्हारा नही है।

ये उनका भी उतना ही है,

जिन्होंने सब कुछ किया बस तुम्हारे लिए।


जिनकी आत्मा को

तुम्हारे तपते शरीर ने जलाया है,

तुम्हे रोता देख कर

जिनके गले से न उतरा एक भी निवाला है,

तुम्हारे जिस्म से बहे थोड़े से लहू पर

जिसने अपनी कमाई का गाढ़ा हिस्सा बिना सोचे गवाया है।


जिसने तुम्हारी खातिर रात और दिन

को एक सा बनाया है,

फिर चाहे कड़कड़ाती ठंड हो या हो लू के थपेड़े

 या फिर बरसता तूफान ही क्यों न हो।


जिन्होंने न सोचा एक भी पल,

बस तुम्हारे लिए।

तो कैसे होगा ये जीवन बस तुम्हारे लिए?

ये तुमसे भी ज्यादा है उनके लिए,

जिन्होंने सब कुछ बस तुम्हारे लिए।



ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

Similar hindi poem from Inspirational