बढ़े चलो
बढ़े चलो
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बढ़े चलो, बढ़े चलो
प्रयोजन वास्ते चलो
देख पहाड़ न झुकना
डरकर न कभी मुड़ना
जीवनी है संघर्ष
करना हमें उत्कर्ष
कदम बढ़ाना डटकर
रहना सदैव हँसकर
करना हमें उत्कर्ष।
कदम बढ़ाना डटकर,
रहना सदैव हँसकर।
हिम्मत कभी न खोना,
लक्ष्य की बीज बोना।
सुन फिजूल की बातें,
तोड़ न लेना नातें।
किसी बाट तो फूल,
कहीं चुभते हैं शूल।
घबराना नहीं कभी,
रहना खुश तम में भी।
बढ़े चलो, बढ़े चलो
प्रयोजन वास्ते चलो।