None None
तेरा शुक्रिया, हर पल शुक्रिया। तेरा शुक्रिया, हर पल शुक्रिया।
लगाते है प्रश्नचिन्ह मुझ पर, मेरे अस्तित्व पर, लगाते है प्रश्नचिन्ह मुझ पर, मेरे अस्तित्व पर,
पीड़ा के अथाह सागर में गोते लगाता हूं हरे घावों को सहलाता मैं! पीड़ा के अथाह सागर में गोते लगाता हूं हरे घावों को सहलाता मैं!
लक्ष्य को साधने के लिए दधीचि सदृश्य कठोर तप करना है..! क्यूँकि ... तुम बहुत ख़ास हो.. लक्ष्य को साधने के लिए दधीचि सदृश्य कठोर तप करना है..! क्यूँकि ... तुम बहु...
क्या जैसे जिया वह सार्थक था या अभी कुछ करना बाकी है? क्या जैसे जिया वह सार्थक था या अभी कुछ करना बाकी है?