"बनो तुम रजिया बानो "
"बनो तुम रजिया बानो "
दहेज प्रथा बहुत बुरी, करती काम खराब
दिन प्रतिदिन यह बढ़ रही, करो तमाम उकाब
करो तमाम उकाब, बात कौशल की जानो
खूब खेल कर जीत, बनो तुम रजिया बानो
आज समय की मांग, बुराई से हो गुरेज
युवा तुम करो पहल, शिक्षा ही समझो दहेज़।
