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सोनी गुप्ता

Abstract

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सोनी गुप्ता

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बिना मास्क के घर से बाहर नहीं

बिना मास्क के घर से बाहर नहीं

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बिना मास्क के घर से बाहर नहीं जाना

जा रही है जान हमने जाना


मास्क लगाकर निकलना है प्यारे

सैनिटाइजर हाथों को करना है प्यारे

अपनों की जान है बचाना

जा रही है जान हमने जाना

बिना मास्क के घर से बाहर नहीं जाना


गली मौहल्ले जहाँ से गुजर

अपनों की तू परवाह तो कर

घर पर रहकर दिन बिताना

जा रही है जान हमने जाना

बिना मास्क के घर से बाहर नहीं जाना


माना मौत आनी है आयेगी इक दिन

बिना मास्क के घर से बाहर नहीं जाना

जरूरी हो तभी बाहर जाना

जा रही है जान हमने जाना

बिना मास्क के घर से बाहर नहीं जाना।


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