भूलने की कोशिश में
भूलने की कोशिश में
भूलने की कोशिश में उसे याद कर लेता हूँ
इस तरह दुनिया से खुद को दूर कर लेता हूँ।
बार-बार लिखता हूँ उसका नाम मिटाने को
न जाने और कितना दर्द बचा छुपाने को।
चलते हुए रास्ते उस तक पहुंच जाता हूँ
मंजिल से अपनी यूँ भटक जाता हूँ।
उसके जिक्र से महफिल में जाना जाता हूँ
बोलने से इसलिए थोड़ा कतराता हूँ।
उसकी फितरत बताता हूँ पूछने से पहले
हर वादा तोड़ देता हूँ निभाने से पहले।