STORYMIRROR

GOPAL RAM DANSENA

Romance

4  

GOPAL RAM DANSENA

Romance

कोई हमे उधार दे दे

कोई हमे उधार दे दे

1 min
246

दिल का सुकून कोई हमे उधार दे दे

हलचल सी मची है इस मन में

बिरहा के इस तपती अगन में


सूझता नहीं कुछ इस जेहन में

तसल्ली का कोई हमें ठंडी फुहार दे दे

दिल का सुकून कोई हमे उधार दे दे

दूर तक दिखता है दिन के उजाले में

यहां वहां भागता हूं भरे पांव के छाले में

ढूढुं कहां तुझे जालिम भरम पाले मैं


कसकती है रोशनी कोई हमें अंधकार दे दे

दिल का सुकून कोई हमें उधार दे दे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance