बहुत अच्छे थे
बहुत अच्छे थे
बड़े अच्छे थे मेरे मम्मी पापा
बड़े अच्छे थे उनके संस्कार
ऐसी नींव डाली संस्कारों की
कि हर पल बदलती दुनिया में
बहुत कुछ बदला पर
नहीं बदला हमारा परिवार।
हम बहन भाई
आज भी वही हैं जैसे
माँ पापा के साथ
माँ के रूप में छोटी बहन
सुख दुख की साथी
उम्र में छोटी पर
बिल्कुल माँ की कार्बन कापी।
एक भाई बिल्कुल पापा की
तरह ईमानदार
छलकपट से परे
आज के युग का तो लगता ही नहींं।
ये माँ पापा का प्रताप है
हम आज एक दूसरे से जुड़े हैं
मम्मी पापा अच्छे थे
उनके दिए संस्कार अच्छे हैं
तभी तो आज भी सब अच्छा है
बस अच्छा तब और होता
यदि अब भी वे हमारे साथ होते
काश ! कुछ ऐसा हो जाए
भरा पूरा पूरा परिवार
हमेशा साथ रह जाए।
समय की कोई मार
न कर सके जुदा
सब खुश रहें, ये खुदा से दुआ।