हम अनुशासित थे,अनुशासित हैं अनुशासित ही रहेंगे हम अनुशासित थे,अनुशासित हैं अनुशासित ही रहेंगे
दशस्कन्ध का पाठ नित्य करें कृष्ण को फिर था प्रपात कर लिया। दशस्कन्ध का पाठ नित्य करें कृष्ण को फिर था प्रपात कर लिया।
समय की कोई मार न कर सके जुदा सब खुश रहें, ये खुदा से दुआ। समय की कोई मार न कर सके जुदा सब खुश रहें, ये खुदा से दुआ।
जो शीश झुका दे राणा का ऐसी कोई तलवार नहीं।। जो शीश झुका दे राणा का ऐसी कोई तलवार नहीं।।
वीरता के परिचायक, अनन्त ज्ञानवान , उदित हुए जो बनकर मेवाड़ की शान । वीरता के परिचायक, अनन्त ज्ञानवान , उदित हुए जो बनकर मेवाड़ की शान ।