फिर चेतक के बिना ही राणा, अकेले रण में उतरे थे। फिर चेतक के बिना ही राणा, अकेले रण में उतरे थे।
वीर अनोखा महाराणा था, शौर्य, वीरता जिसकी निशानी थी। वीर अनोखा महाराणा था, शौर्य, वीरता जिसकी निशानी थी।
जो शीश झुका दे राणा का ऐसी कोई तलवार नहीं।। जो शीश झुका दे राणा का ऐसी कोई तलवार नहीं।।
वीरता के परिचायक, अनन्त ज्ञानवान , उदित हुए जो बनकर मेवाड़ की शान । वीरता के परिचायक, अनन्त ज्ञानवान , उदित हुए जो बनकर मेवाड़ की शान ।
महाराणा से मरना सीखो, वीर शिवा से जीना। लक्ष्मीबाई से पौरुष सीखो। महाराणा से मरना सीखो, वीर शिवा से जीना। लक्ष्मीबाई से पौरुष सीखो।