भ्रष्टाचार से आकंठ हैं ग्रस्त
भ्रष्टाचार से आकंठ हैं ग्रस्त
स्थानीय निकायों में दलों की
भूमिका कभी नहीं रही स्पष्ट
निकायों की कार्यशैली अरसे
से भ्रष्टाचार से आकंठ है ग्रस्त
सड़क, स्ट्रीट लाइट औ नालियों
के रखरखाव में तगड़ा गोलमाल
हर आदमी बुनियादी सुविधाओं
के लिए आज भी दिखता मुहाल
स्थानीय निकायों की जवाबदेही
तय करने को बनें समुचित विधान
तब सभी नगरीय क्षेत्रों में रहने वालों
की जिंदगी हो सकेगी कुछ आसान
सिटीजन चार्टर आज भी अधिकांश
स्थानों पर नहीं हो सका ठीक से लागू
ऐसे में मनमानी करते रहते हैं निकायों
के सभी अधिकारी और अधीनस्थ बाबू
जन कल्याण की योजनाओं की समीक्षा
के लिए अलग से अधिकारी हों नियुक्त
गड़बड़ी की दशा में तुरंत हो संबंधित
अफसर या कर्मी पर कार्रवाई उपयुक्त।