भरोसा
भरोसा
दिल तोड़ा भी मेरा उसने,
जिस पर खुद से ज्यादा
भरोसा किया था मैंने।
अकेला छोड़ा भी उसने
जिस पर महफ़िल ऐ जीवन
सजाने का भरोसा किया मैंने।
अब तो भरोसे से ही
भरोसा उठा मेरा।
जाने कब भरोसा मेरा ही
भरोसा तोड़ के निकल जाए।
दिल तोड़ा भी मेरा उसने,
जिस पर खुद से ज्यादा
भरोसा किया था मैंने।
अकेला छोड़ा भी उसने
जिस पर महफ़िल ऐ जीवन
सजाने का भरोसा किया मैंने।
अब तो भरोसे से ही
भरोसा उठा मेरा।
जाने कब भरोसा मेरा ही
भरोसा तोड़ के निकल जाए।