RAJAN SHARMA
Romance
मेरी दौलत का कोई क्या अंदाज़ा लगाएगा,
मेरी दौलत का कोई क्या अंदाज़ा लगाएगा ।
इन अंधों की बस्ती में,
तुझे हर एक शख्स सिर्फ एक इंसान समझता है।
मेरी दौलत
ज़िन्दगी
भरोसा
आखिर क्यों
वक़्त
बहुत कुछ महसूस किया, पर हाले दिल कभी ना ज़ाहिर किया बहुत कुछ महसूस किया, पर हाले दिल कभी ना ज़ाहिर किया
दिल हमारे जल रहे अंगार है पास आये तो पिघलते जाएंगे दिल हमारे जल रहे अंगार है पास आये तो पिघलते जाएंगे
आँखें सागर से भी गहरी, उनपर अनगिनत पलकें प्रहरी। आँखें सागर से भी गहरी, उनपर अनगिनत पलकें प्रहरी।
वो खास लम्हा है ना बहुत खास, जिस क्षण आप रहते हमारे साथ। वो खास लम्हा है ना बहुत खास, जिस क्षण आप रहते हमारे साथ।
दिल हमने खोया इस तरह के जीते जी ना जी सके हम। दिल हमने खोया इस तरह के जीते जी ना जी सके हम।
कुछ भी राज़ नहीं इसमे, फिर भी तुम संभलते हो। कुछ भी राज़ नहीं इसमे, फिर भी तुम संभलते हो।
कौन है जिसके पाश में मैं बंध जाऊँगा पर वो कहीं है कौन है जिसके पाश में मैं बंध जाऊँगा पर वो कहीं है
आपके दिल में जो भी है फरमाइए पर खुदा के लिए यूँ ना शरमाइए। आपके दिल में जो भी है फरमाइए पर खुदा के लिए यूँ ना शरमाइए।
मौत आ जाये उससे पहले तू एक बार आ जा सुन ले मेरे दिल की सदा। मौत आ जाये उससे पहले तू एक बार आ जा सुन ले मेरे दिल की सदा।
बात मुश्किल से तेरी समझ में आई, तुमने की हमसे मोहब्ब्त ये बात छुपाई। बात मुश्किल से तेरी समझ में आई, तुमने की हमसे मोहब्ब्त ये बात छुपाई।
उसे इश्क़ तो नहीं था मुझसे मगर इंकार भी न था! उसे इश्क़ तो नहीं था मुझसे मगर इंकार भी न था!
तुझको आंखों में बसा लूं, आंख का काजल बना लूं। तुम अभी ठहरो जरा। तुझको आंखों में बसा लूं, आंख का काजल बना लूं। तुम अभी ठहरो जरा।
इन बातों मैं उलझता हूं। राहियों को तो तकता जाऊं, वो राही कहीं ना दिखता है। इन बातों मैं उलझता हूं। राहियों को तो तकता जाऊं, वो राही कहीं ना दिखता है...
तुम्हारे चेहरे की उस हंसी को मैं दिल में कहीं छुपा लेना चाहता हूं तुम्हारे चेहरे की उस हंसी को मैं दिल में कहीं छुपा लेना चाहता हूं
हमको पता है मेरा हकदार तू जिंदगी के खुशियों की है बौछार हमको पता है मेरा हकदार तू जिंदगी के खुशियों की है बौछार
पता चल हैं जबसे,उठेगी उसकी डोली,जिस दिन हैं होली। पता चल हैं जबसे,उठेगी उसकी डोली,जिस दिन हैं होली।
ऐ जो बला आई है अब तो दूर से ही लोगों से मिलना होगा। ऐ जो बला आई है अब तो दूर से ही लोगों से मिलना होगा।
किताब के दो अलग पन्नों के बीच रखे दो अनमोल यादों का किस्सा ! किताब के दो अलग पन्नों के बीच रखे दो अनमोल यादों का किस्सा !
हर पल बस खोती जाती हूँ, बस एकमय होती जाती हूँ।। हर पल बस खोती जाती हूँ, बस एकमय होती जाती हूँ।।
अलंकार, सौंदर्य, स्नेह सुगंध और प्रेम का सौगात दिया ! अलंकार, सौंदर्य, स्नेह सुगंध और प्रेम का सौगात दिया !