मेरी दौलत
मेरी दौलत
मेरी दौलत का कोई क्या अंदाज़ा लगाएगा,
मेरी दौलत का कोई क्या अंदाज़ा लगाएगा ।
इन अंधों की बस्ती में,
तुझे हर एक शख्स सिर्फ एक इंसान समझता है।
मेरी दौलत का कोई क्या अंदाज़ा लगाएगा,
मेरी दौलत का कोई क्या अंदाज़ा लगाएगा ।
इन अंधों की बस्ती में,
तुझे हर एक शख्स सिर्फ एक इंसान समझता है।