भोजपुरी कजरी 9 – भंगिया हमसे न
भोजपुरी कजरी 9 – भंगिया हमसे न
भोला खाला भाँग गोला ।
कहेला गौरा तनी घोरा।
हथवा मे दर्द बड़ी होला।
भंगिया हमसे न घोटाला न।
औघड़नाथ भूतनाथ तू कहाला।
पीयेला भोला जहर के प्याला।
बैठी बसहा तू कहा जला।
भंगिया हमसे न घोटाला न।
मथवा पर चन्दा चम चम चमके।
गरवा मे नाग फन फन फनके।
बाबा भोला तू कहाला ।
भंगिया हमसे न घोटाला न ।
हथवा त्रिसुल औरी डमरू शोभे ।
भस्म बंदनवा हिया मुंडमाला मोहे ।
हर हर गंगा जटवा निकाला ।
भंगिया हमसे न घोटाला न।
बाबा बैद्द्नाथ बाड़ा स्वामी हमार।
कासी विश्वनानाथ अंतर्यामी संसार।
मथवा बीच भोला नैन विसाला।
भंगिया हमसे न घोटाला न।
विनती भारती सुना बोलेनाथ ।
जहर दुखवा मिटावा नागनाथ ।
तुही जगवा सगरो पुजाला ।
भंगिया हमसे न घोटाला न ।