बहनों के दिल का हाल
बहनों के दिल का हाल


लॉकडाउन में हुआ हाल- बेहाल,
बर्तन धो- धोकर बहनों का हुआ बुरा हाल।
फेशयिल, मैंनिक्योर करा खुद में नज़ाकत लाती थी,
पार्लर पर जा -जाकर चुटकी में सब उड़ाती थी।
झाड़ू -पोछा लगा कर भाई भी देखो थक गए ,
शराफत थी हमारी थोड़े में निपट गए।
लॉकडाउन में मेड भी तो ना घर आ रही है,
कैसे चलाएं घर को ऑनलाइन टिप्स बता रही हैं।
रफा़क़त तो देखिए उनकी फोन कर समझा रही है,
हर महीने पगार अकाउंट में मंगा रही हैं।
हो जाते हैं काम कर पल भर में निढाल,
वह देखो कैसे हमारी ताकत आजमा रही है।
हमसे ही वो मेड हमारे घर में काम करवा रही हैं ,
इनायत है एकता लोकडाउन खुलने के बाद तो घर आ रही हैं