ग़म जिंदगी के
ग़म जिंदगी के
1 min
215
तनिक सुस्ता लो गम जिंदगी के
कुछ हंसी ख्वाब तुम्हें भी तो आए होंगे
मलहम लगा लो हाथ पर जरा तुम
थकान के थपेड़े तो तुम्हें भी आए होंगे
घबराओ नहीं साथ चलेंगे फिर हंसकर
गायेंगे, गुनगुनाएंगे फिर मिलकर
किसी शिकारी जैसे बुन लो फिर जाल नया
पलकों पर बिठायेंगे फिर कमर कसकर
है कौन जिसके पास सुख-दुख रहे हो सदा
हारेंगे ना हिम्मत ले ले तू कोई भी गदा
इक दिन तुम स्वयं ही गिरा लोगे पर्दा
पिघल जाओगे देख हमारा ये हौसला ज्यादा