भक्ति में शक्ति है
भक्ति में शक्ति है
भक्ति में शक्ति है प्रार्थना कीजिए ।
माँ के चरणों में नित साधना कीजिये ।।
मन के द्वारे पे ही माँ का मन्दिर सजा,
आप बस भक्ति की भावना कीजिए ।।
छोड़ कर द्वेष लालच की दुर्भावना,
माँ के अनुराग की याचना कीजिये ।।
कामना है अगर सुख के आधार की,
जग के कल्याण की कामना कीजिये ।।
रोज मेले लगेंगे सजेगा भवन,
आइये, साथ में वन्दना कीजिए ।।
उँगलियाँ दूसरों पर उठायें अगर,
पहले खुद का भी कुछ सामना कीजिए ।।
होगी कदमों में दुनिया, रखें हौसला,
दिल से रुखसत सभी वेदना कीजिए ।।
माँ के दर्शन भी 'स्मित' मिलेंगे तुम्हें,
सच्चे मन से जरा याचना कीजिए ।।
