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MANJEET KUMAR

Classics Inspirational Others

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MANJEET KUMAR

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भारत की सैर

भारत की सैर

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आओ घूमां दु अपना देश,

कर लो तुम भारत की सैर।

जब से होश संभाला है,

भारत प्यारा देश हमारा है।


शीश मुकुट है बना हिमालय,

पांव पखारता है रत्नालय।

ब्रह्मा बहती पूरब में तो,

सिन्धु, सतलज पश्चिम में।


पूरब में आसाम, मेघालय,

जहाँ वर्षा होती पक्की।

विन्ध्य और पश्चिम वन मिलकर,

घेरें दिये पठारी भूभाग।


पश्चिम में है थार मरुस्थल,

दक्षिण बसा तटीय प्रदेश।

जग, दुनियां ,संसार मैं घूमा, (तीनों लोको)

भारत देश बिना सब सूना।


दुनियां बीच बाज़ारों में,

मेरा भारत देश हजारों में।

हिन्दू धरम सनातन अपना,

मुस्लिम, सिक्ख हैं भाई अपना,

पारसी, ईशु पुत्र ईसाई अपना।

बौद्ध, जैन जगत में प्यारी,

इन सबकी है महिमा न्यारी।


सब लोगों का एक ही सपना,

भारत देश, एक हो अपना।

भाषा, बोली, धरम अनेक,

फिर भी लोग मिलेंगे नेक।


गंगा ! जहाँ स्वर्ग से उतरी,

हरिभूमि, हरिद्वार बना है,

बद्रीनाथ, केदार बसा है।

जम्मू है माँ वैष्णो की भूमि,

बरफ बनाते अमरनाथ की धूनी।


पंजाब बना है दोआइब में,

स्वर्ण मंदिर, हरमिंदर साहिब में।

द्वारिकाधीश, गुजरात बसे हैं,

जिसको किशन-गोपाल रचे हैं।


त्रिवेणी संगम देवप्रयाग बना है,

अयोध्या मान, मर्यादा की नगरी

जहाँ जन्म प्रभू श्रीराम लिये,

कर रावण का अन्त इन्होंने

जनता को एक संदेश दिये।


मथुरा, गोकूल, वृन्दावन की नगरी

मंजीत लिए मनमोहन सगरी,

काशी, बाबा विश्वनाथ की नगरी

संग में माँ अन्नपूर्णा की गगरी।


दुर्गाकुण्ड, माँ दुर्गा का धाम,

संकट हरते महावीर हनुमान।

गया, नालन्दा और ऋषि विहार,

जहाँ भिक्षु आते रोज हजार।


अजमेर शरीफ दरगाह अजमेर,

बालाजी बसते आन्ध्रप्रदेश।

कालिदास की चर्चा सगरी,

उज्जैनी है विक्रम की नगरी।


महर्षि, तुलसी को जग जाने,

रामायण, मानस लिखवाये।

मैहर में माँ मैहर बसती,

कलकत्ता की काली माँ,

विन्ध्याचल में विन्ध्य भवानी

मुण्डेश्वरी माँ कैमूर पहाड़ी।


आओ घुमां दु अपना देश,

तुम कर लो भारत की सैर।

भारत में सत्य हरिश्चंद्र रहे हैं,

श्रीराम भक्त हनुमान रहे हैं,

भाई भरत, पुत्र कुमार रहे हैं।


यहीं बुद्ध, महावीर संत हुए

जहां दया, विवेका महंत हुए।

शंकर, कबीर, नानक, चैतन्य

जीवन का बतलाये अन्त।


सिद्धिविनायक, मुम्बई महाराष्ट्रा

गांधी बसते गुजरात सौराष्ट्रा

उड़ीसा जगत पुरी परदेश

आओ ! घूमा दूं अपना देश,

तुम कर लो भारत की सैर।


चलो निजाम हैदराबाद घूमायें,

गोलकुंडा, चारमीनार दिखायें,

ग्वालियर किला है मध्य प्रदेश,

जैसलमेर किला बसता अजमेर।


लालकिला दिल्ली और आगरा,

खजुराहो करे चन्देलों से झगड़ा।

कुम्भ किला महाराणा महाकुम्भा,

अंग्रेजों को रानी लक्ष्मी ने धुन्ना।


आओ ! देखें कुछ विश्व विरासत,

हम्पी समूह स्मारक कर्नाटक,

सुन्दर सा वन पश्चिम बंगाल,

अजन्ता, एलोरा और एलिफेंटा

मशहूर गुफायें हैं सब महाराष्ट्रा

सांची, बौद्ध धर्म का स्मारक।


कुतुबमीनार दिल्ली में बसता,

ताजमहल इतिहास है रचता।

आओ ! घूमां दू अपना देश,

कर लो तुम भारत की सैर।


मणिपुरी को नाचे मणिपुर,

कथक है यूपी का मशहूर।

मोहिनी, कथकली, केरल मशहूर,

ओडिसी नाचे उड़ीसा चहुओर।


तमिल भरत नाचे कुचिं आन्ध्रा

आओ भारत की सैर करायें

तुम सब को अब चित्र दिखायें

कांच, मधु, जनजातीय, जैन,

पहाड़ी, चढ़े मुगल जी मैम।


पटृचित्र है एक कांगड़ाई,

ये सब हैं भारत के चित्राई।

हमें आज भी वो दिन याद,

जब था अंग्रेजों का राज।


अंग्रेजी स्वारथ में आय,

भारतीयों को किये बेहाल।

लाल, बाल संग मिलकर पाल

खराब किये अंग्रेजों की हाल

चाचा, पाण्डे, नेताजी, आजाद

कर दिए अंग्रेजों को बर्बाद

गांधी, बाबा, दादाजी, गोपाल

वीर भगत सिंह और सरदार।


गूंजे जग में इनकी यश कीर्ति,

हम सब लोगों का है अरमान,

तन मन से भारत बने महान।

आओ, घुमा दुं अपना देश,

कर लो तुम भारत की सैर।


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