ये है अविरल बहती भावनाओं का झरना। ये है अविरल बहती भावनाओं का झरना।
गौर से देखो मेरी ज़िंदगी को, तेहज़ीब-ए-हिंदुस्तान नज़र आएगा। गौर से देखो मेरी ज़िंदगी को, तेहज़ीब-ए-हिंदुस्तान नज़र आएगा।
अपने भारत देश का बहुत ही सटीक शब्दों में कवी ने वर्णन किया है... पूरब से पश्चिम तक और उत्तर से दक्षि... अपने भारत देश का बहुत ही सटीक शब्दों में कवी ने वर्णन किया है... पूरब से पश्चिम ...