कोई जरा देखे मुझे तन्हा अकेला मैं पड़ा हूँ मैं बड़ा हूँ मैं बड़ा हूँ। कोई जरा देखे मुझे तन्हा अकेला मैं पड़ा हूँ मैं बड़ा हूँ मैं बड़ा हूँ।
अब तेरा मेरा मिलन नही या मै हिन्दू या तुम मुस्लिम! अब तेरा मेरा मिलन नही या मै हिन्दू या तुम मुस्लिम!
उसने कमजोरों पर, कीच उछाला है राजभवन का खोल, लिया यूँ ताला है उसने कमजोरों पर, कीच उछाला है राजभवन का खोल, लिया यूँ ताला है
ना कोई यहाँ भिखारी, ना कोई भूखा होगा सबको मिलेगा रोटी, कपड़ा और मकान ! सबको काम यहाँ ना कोई बेकार... ना कोई यहाँ भिखारी, ना कोई भूखा होगा सबको मिलेगा रोटी, कपड़ा और मकान ! सबको क...
मैं इन्सान हूँ, मैं इन्सनियत को मानता हूँ...! मैं इन्सान हूँ, मैं इन्सनियत को मानता हूँ...!
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है, मगर ईश्वर की महिमा को नहीं नादाँ समझता है। कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है, मगर ईश्वर की महिमा को नहीं नादाँ समझता ...