भारत के वीर
भारत के वीर


तुम तो हो महफूज़ तुमसे, हाल क्या है पूछना
वीर हैं तैनात सीमा पर हमारी शान से।
है नही जुर्रत जो कोई इक नजर भी देख ले
चीर डालेंगे ये चीते, बात जब हो आन पे।।
दुश्मनों ने की जो कोशिश,मात हमसे खाई है
खेले हैं जाँबाज़ कितने जाने अपनी जान पे।
है भगतसिँह की ये भूमि, बापू की पहचान है
देंगे हम कुर्बानियाँ अपने वतन के मान पे।।
माँओं ने हैं लाल सौंपे,सीमा पे रक्षा की ख़ातिर
चल दिए वीरों के पुत्र , देखो सीना तान के।
जब कभी आएगा मौका देश पर होंगे फ़ना
जो भी है कर देंगे अर्पण,भारत के सम्मान पे।।